राजकोट, [अभिषेक त्रिपाठी]। लंबे समय बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह ने बृहस्पतिवार को कंगारुओं की बस्ती में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। वही शानदार शॉट, वही जज्बा। ऐसा लग रहा था कि युवी अकेले ही सारे रन बना देंगे। युवी के शॉट के आगे विश्व के सर्वश्रेष्ठ मैच फिनिशर और भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भी फीके नजर आ रहे थे। इकलौते टी-20 मैच में मेहमान टीम ने ओपनर एरोन फिंच के 52 गेंदों में 89 रनों की पारी की बदौलत 20 ओवर में सात विकेट के नुकसान 201 रन बनाए थे।
भारतीय टीम ने युवी की जवाबी कार्रवाई की बदौलत 19.4 ओवर में चार विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। इसके साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैचों में जीत हार के आंकड़े को बराबर कर लिया। अब दोनों के खाते में चार-चार जीत दर्ज हैं
बड़े लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम को एक समय 48 गेंदों में 96 रन की दरकार थी और उसके चार टॉप के बल्लेबाज आउट हो चुके थे। मैदान में युवराज सिंह 13 और कप्तान धौनी एक रन बनाकर खेल रहे थे। युवराज ने 14वां ओवर फेंकने आए मैकाय की दूसरी गेंद पर डीप मिडविकेट पर छक्का जड़ा। उनकी अगली गेंद डीप स्क्वॉयर लेग में हवा में उछली। वॉटसन ने शानदार प्रयास कर कैच किया लेकिन बाउंड्री में पैर छू जाने की वजह से अंपायर ने छह रन दिए। अगली गेंद पर युवी ने फिर चौका जड़ा। युवराज ने अगले ओवर में दो और चौके जड़े।
लंबे समय बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले युवी टीम को जीत दिलाने के लिए ही आए थे। 17वां ओवर फेंकने आए फॉकनर के सिर के ऊपर से खूबसूरत छक्का जड़कर उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया। अगली गेंद को उन्होंने फिर छह रन के लिए भेजा। वह 35 गेंदों पर पांच छक्के और आठ चौकों की बदौलत 77 रन पर नाबाद लौटे। उन्होंने धौनी के साथ 51 गेंदों पर 102 रनों की साझेदारी की। धौनी 21 गेंदों पर दो चौके लगाकर नाबाद 24 रन बनाए। आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए छह रन की जरूरत थी और धौनी ने वॉटसन की तीसरी गेंद में चौका और चौथी गेंद में दो रन बनाकर भारत को जीत दिला दी।
Source- Cricket News in Hindi
Related-
No comments:
Post a Comment