नोएडा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के छह हजार से अधिक ऑटो रिक्शा चालकों ने भाड़े में बढ़ोतरी और रूट निर्धारित किए जाने की मांग को लेकर नोएडा में दो दिनों की हड़ताल बुलाई। जिसकी वजह से आम मुसाफिरों को सोमवार और मंगलवार को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा। यही नहीं इस मौके का फायदा उठाकर रिक्शे और कैब बालों ने यात्रियों से अनाप शनाप भाड़े की मांग भी की।
ऑटो वालों की इस दो दिनों की हड़ताल ने यात्रियों को परेशानी बढ़ा दी। इसका साफ नजारा सोमवार सुबह नोएडा सिटी सेंटर के पास देखने को मिला,जब ऑटो वाले, बस-कैब, रिक्शा, गाड़ी व अन्य वाहनों में चढ़े यात्रियों को जबरन उतारने लगे। इस दौरान कुछ ऑटो ड्राइवरों ने बस वालों की जमकर पिटाई भी की। हफ्ते का पहला दिन सोमवार जब हजारों लोग ऑफिस जाने के लिए सड़कों पर खड़े थे और उन्हें एक भी वाहन नहीं मिले। मेट्रो स्टेशनों के बाहर जबरदस्त भीड़ देखने को मिली।
गौरतलब है कि ऑटो चालकों ने अपनी मांगे मनवाने के लिए ये हड़ताल बुलाई है। ऑटो यूनियन का कहना है कि पिछले दिनों जिन ऑटो चालकों का परमिट कैंसल किया गया था, उन्हें बहाल कर दिया जाए। साथ ही ऑटो का रूट निर्धारित किया जाए और सीटर ऑटो में मीटर लगाए जाएं। ऐसी 13 मांगों के साथ चालकों ने ये हड़ताल बुलाई है। यूनियन ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांग पर गौर नहीं किया जाता है तो वे पांच सितंबर को गाजियाबाद के आरटीओ का घेराव करेगी।
जेनपैक्ट में काम करने वाली प्रीति बंसल ने नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास का आंखों देखा हाल बयां किया। प्रीति ने बताया कि किस तरह से चालक सड़कों पर अपनी मनमानी कर रहे थे। किसी भी वाहन को वे चलने ही नहीं दे रहे थे। इधर, रिक्शे वाले अपनी मनमानी कर रहे थे। वे इस मौके का फायदा उठाकर अपनी जेब भर रहे थे। यात्री लाइन लगाकर सड़कों पर खड़े थे। हार कर जब प्रीति ने एक रिक्शा लिया तो रिक्शे वाले ने उससे 200 रुपये मांगे।
Original Found Here. http://www.jagran.com/news/national-two-days-auto-strike-in-noida-spread-violence-10695269.html
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